क्या आपने कभी तालाब के पानी में या किसी नदी के पानी में कीड़ों को तैरते देखा है . या आपने कभी रेजर के ब्लेड को पानी में डालकर देखा है . जब हम ब्लेड को पानी में डालते है तब ब्लेड पानी पर तैरने लगता है . ब्लेड या कीड़ों की डेंसिटी पानी से ज्यादा होती है . लेकिन फिर भी ये चीजे पानी पर तैरती है . ऐसा क्यू होता है ? आपने कभी सोचा है .
तो ऐसा सरफेस टेंशन (surface tension) की वजह से होता है ? भला ये सरफेस टेंशन क्या होता है ? तो चलिए इस आर्टिकल में हम हिंदी में जानते है की सरफेस टेंशन क्या होता है (What is surface tension hindi )
सरफेस टेंशन क्या होता है( What is surface tension hindi )
लिक्विड का एक मॉलिक्यूल लिक्विड के दुसरे मॉलिक्यूल को अपनी तरफ आकर्षित करता है . इस आकर्षण को कोहेसिव फ़ोर्स (cohesive force) भी बोलते . इस कोहेसिव फोर्स की वजह से लिक्विड सरफेस टेंशन (surface tension ) का गुणधर्म दिखता है . सरफेस टेंशन की वजह से लिक्विड की सतह (surface) किसी ढोलक के पर्दे की तरह काम करने लगती है . ढोलक के पर्दे की तरह लिक्विड का सरफेस इलास्टिक हो जाता है. इसी कारण रेजर ब्लेड पानी के सतह पे तैरता है . लेकिन जैसे ही हम ब्लेड को पानी में धकेलते है , पानी की इलास्टिक सतह टूट जाती है और ब्लेड पानी में डूब जाता है .
mercury का सरफेस टेंशन पानी से भी ज्यादा होता है . कम सरफेस टेंशन वाले लिक्विड कीसी सतह पर डालने पर ज्यादा फैलते है . लेकिन ज्यादा सरफेस टेंशन वाले लिक्विड किसी सतह पर डालने राउंड गेंद जैसा आकर लेते है .
हम नहाते समय या बर्तन धोते समय साबुन का इस्तेमाल करते है . साबुन का इस्तेमाल करने से पानी का सरफेस टेंशन कम हो जाता है . जिससे पानी शरीर के छोटे छेद में जाता है और शरीर को साफ करता है .
सरफेस टेंशन का SI यूनिट newton/meter या N/m होता है .
पानी का सरफेस टेंशन (surface tension of water )
पानी मॉलिक्यूल से बना होता है . जिन्हें हम वाटर मॉलिक्यूल कहते है . पानी के अंदर का जो मॉलिक्यूल होता है उसे हर तरफ से पानी के मॉलिक्यूल आकर्षित करते है . इसीलिए उस मॉलिक्यूल पर कुल आकर्षण जीरो होता है . लेकिन जो मॉलिक्यूल पानी की सतह पर होता है उसे सिर्फ निचे के मॉलिक्यूल आकर्षित करते है . इसीलिए पानी की सतह पर पानी के मॉलिक्यूल एक दुसरे के काफी करीब आ जाते है . इसी कारण पानी की सतह किसी इलास्टिक परत (layer) की तरह काम करती है . जिसे हम सरफेस टेंशन (surface tension) बोलते है
पानी का सरफेस टेंशन कैसे बढ़ाये (how to increase surface tension of water )
पानी का तापमान कम करके हम पानी का सरफेस टेंशन बढ़ा सकते है . पानी में नमक मिलाकर भी हम पानी का सरफेस टेंशन बढ़ा ( increase surface tension of water )सकते है
पानी का सरफेस टेंशन कैसे घटाए (how to decrease surface tension of water)
पानी का तापमान बढाकर हम पानी का सरफेस टेंशन कम कर सकते है . पानी में डिटर्जेंट या साबुन मिलाकर भी हम पानी का सरफेस टेंशन घटा सकते है .
पानी की बूँद स्फेरिकल क्यू होती है (why water drops are spherical )
अगर हम गुरुत्वाकर्षण को बंद कर दे और हवा को निकाल दे तो पानी की बूँद या किसी भी लिक्विड की बूँद स्फेरिकल ही बनती है .भला ऐसा क्यू होता है ?. तो ऐसा सरफेस टेंशन की वजह से होता है . पानी की बूँद की सतह पर जो भी मॉलिक्यूल है उनको बूँद के अंदर वाले मॉलिक्यूल अंदर इस तरह से खींचते है की , पानी की बूँद स्फेरिकल बनती है .
अगर हम समान वॉल्यूम का एक स्फेयर और एक क्यूब या कोई भी चीज लेंगे तो उसमे से स्फेयर का सरफेस एरिया ( surface area) सबसे कम होता है .
सरफेस टेंशन के अप्लिकेशन (application of surface tension )
1) सरफेस टेंशन की वजह से कुछ कीड़े पानी पर तैर सकते है
2) पेड़ों की जड़े पानी को सोखती है और झाइलेम से ये पानी कैपिलरी एक्शन के इस्तेमाल से ऊपर तक पोहचाया जाता है . जो पानी के सरफेस टेंशन की वजह से होता है .
3)साबुन और डिटर्जेंट पानी का सरफेस टेंशन (surface tension) कम करते है . जिससे पानी हाथों में या शरीर में मौजूद छोटे होल में जा कर उन्हें साफ़ करता है .
4 ) सरफेस टेंशन की वजह से पानी का बुलबुला राउंड होता है
5 ) सरफेस टेंशन की वजह से छोटी सुई पानी के ऊपर तैरती है .
0 टिप्पणियाँ